इंडियन टीम के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी की लाइफ पर बनीं बायोपिक फिल्म 'एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी' सिनेमा घर में प्रदर्शित हो गई। इस फिल्म में धोनी की प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ देखने को मिलेगी।
स्टार २. ५
स्टार कास्ट : सुशांत सिंह राजपूत, अनुपम खेर, भूमिका चावला, दिशा पाटनी, कियारा आडवाणी
डायरेक्टर : नीरज पांडे
निर्माता : अरुण पांडे
यह सिनेमा हैं, दो - तीन घंटे के इस शो में एंटरटेनमेंट ही मिलता हैं, फिर किसी की जीवनी पर भी फिल्म क्यू न हो, आखिर उन्हें भी तो दर्शक चाहिए , एक कोशिश की थी फिल्म अज़हर में अज़्रूद्दिन की फिल्म बनी जिसे दर्शको ने पसंद नहीं किया, वजह भी कई हैं खिलाडी जब गाने और डांस करे तो बात हज़म कहा से होंगी और यहाँ पर भी गलतियों को दोहराया गया हैं, फिल्म में धोनी से गाना गवा रहे हैं, नाच करवा रहे हैं। और यही बाते दर्शको को रास नहीं आती । जबकि नीरज पांडे इससे पहले 'अ वेडनस्डे' और 'स्पेशल 26' जैसी फिल्मे बना चुके हैं उनसे तो कम से कम यह उम्मीद नहीं थी, की वह ऐसा ही कुछ 'एम.एस. धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी' के साथ करेंगे ।
कहानी शुरू होती है रांची से, जहां महेंद्र सिंह धोनी उर्फ माही (सुशांत सिंह राजपूत) का जन्म हुआ, उसे बचपन से ही फुटबॉल खेलना पसंद हैं , लेकिन पिता ( अनुपम खेर )चाहते है कि वह सरकारी नौकरी लेकर सैटल हो जाए. छोटे शहर के इस लड़के के बड़े सपने हैं. इस तरह बाप-बेटे में मध्यवर्गीय परिवारों के बीच होने वाली सभी बातें नजर आती हैं,इसी बीच उसे स्कूल की टीम से विकेट कीपिंग करने का मौका मिलता है। यहां से उसकी क्रिकेट जर्नी शुरू होती है, इसके बाद, धोनी के क्रिकेट के सफर को दिखाया गया है.छठे नंबर पर बैटिंग करने वाले माही कैसे ओपनिंग बैट्समैन बन जाते हैं, कैसे टीसी की नौकरी करते-करते वे डिप्रेशन में जाने लगते हैं, और कैसे उनके हाथ से दिलीप ट्रॉफी टूर्नामेंट निकल जाता है? और माही ने कैसे इंडिया को वर्ल्डकप जिताते हैं? फिल्म का यही पार्ट बहुत अच्छा भी है। धोनी की खासियत टीम गेम की रही है, जिसे दिखाने में कही कही चूक गए हैं ।
अभिनय की बात करे तो सुशांत सिंह राजपूत धोनी के कैरेक्टर और उसकी बारीकियों को अच्छे से समझा है, उनका अब तक का बेहतरीन रोल कहा जा सकता है। धोनी के पिता के रोल में अनुपम खेर, माँ के रोल में भूमिका चावला और पत्नी साक्षी के रोल में कियारा आडवाणी का अभिनय भी तारीफ के काबिल हैं । दिशा पाटनी का रोल कुछ ज्यादा नहीं हैं पर ठीक अभिनय उन्होंने भी किया हैं ।
निर्देशन की बात करे तो नीरज पांडे की पिछली फिल्मो में उनकी सराहना की गई थी, लेकिन 'एम एस धोनी : द अनटोल्ड' में वह चूक गए, ऐसा लगता हैं की फिल्म में कई सीन जबरदस्ती डाले गए हो , शुरुवात अच्छी की पर जैसे जैसे फिल्म आगे बढ़ती गई रोमांस कम होता नज़र आया ।
बात करे संगीत की तो बॉयोपिक फिल्मो में संगीत का होना न होने के बराबर हैं पर यहाँ तो धोनी जैसे मैंने पहले लिखा गाना गा ही नहीं डांस भी कर रहे हैं, फिल्म के गाने और बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है। अमाल मलिक और रोचक कोहली के गाने पहले से ही पसंद किए जा रहे हैं।